प्रिय वरिष्ठ नागरिकों,
आजकल साइबर ठग नई-नई तरकीबों से भोले-भाले लोगों को लूट रहे हैं। हाल ही में गुरुग्राम पुलिस ने एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया है, जिसमें बैंक कर्मचारी भी शामिल पाए गए हैं। बैंक मैनेजर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो साइबर ठगों को बैंक खाते बेचने का काम कर रहे थे। अब तक 31 बैंक कर्मचारियों की गिरफ्तारी हो चुकी है!
🛑 कैसे होती थी ठगी?
👉 ठग, फर्जी निवेश स्कीम के नाम पर लोगों को फंसाते थे।
👉 ये बैंक खाते खरीदकर साइबर ठगी में इस्तेमाल करते थे।
👉 बैंक कर्मचारी पैसे लेकर ऐसे खाते उपलब्ध कराते थे, जिससे ठगी करना आसान हो जाता था।
👉 एक खाते की कीमत ₹2.5 लाख तक थी, जो ठगों को बेची जा रही थी।
⚠️ बुजुर्गों के लिए खास सावधानी!
✔️ अनजान कॉल्स पर विश्वास न करें – कोई भी व्यक्ति बैंक अधिकारी बनकर आपसे जानकारी मांगे तो पहले बैंक से संपर्क करें।
✔️ कोई भी निवेश करने से पहले अपने परिवार या किसी विश्वसनीय व्यक्ति से सलाह लें।
✔️ अपना बैंक खाता या ओटीपी किसी को न बताएं – बैंक कभी आपसे फोन पर ये जानकारी नहीं मांगता।
✔️ अगर कोई संदिग्ध कॉल या संदेश मिले तो तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करें।
👮 पुलिस ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई कर रही है, लेकिन सुरक्षित रहना आपकी सतर्कता पर निर्भर करता है। इस संदेश को अपने मित्रों और परिवार के बुजुर्गों तक जरूर पहुंचाएं ताकि वे भी सतर्क रहें!
🙏 सुरक्षित रहें, सतर्क रहें! 🙏
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